Principal's Message

वर्ष 2003 से बानसूर में मरूधरा अकादमी शिक्षा के क्षेत्र में कार्यरत्त है। संस्था का उदे्श्य इस क्षेत्र के युवाओं को जागरूक कर उच्च एवं रोजगारोन्मुख शिक्षा प्रदान करना है। इस उदे्श्य की पूर्ति हेतु वर्ष 2003 में बानसूर महाविद्यालय, वर्ष 2004 में बानसूर महिला महाविद्यालय, वर्ष 2005 में गोविन्दम् शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय, वर्ष 2006 में बी.एस.टी.सी. महाविद्यालय, वर्ष 2007 में औधोगिक प्रशिक्षण संस्थान,   वर्ष 2008 में बानसूर नर्सिंग काॅलेज, वर्ष 2010 में बानसूर पाॅलिटेक्निक काॅलेज, वर्ष 2017 इन्टीग्रेटेड   बी.एड, वर्ष 2019 बानसूर अस्पताल की स्थापना की गई है।

सभी महाविद्यालयों में कुल 6777 विद्यार्थी अध्यनरत्त हैं, जो निर्धारित ड्रेस कोड में अनुशासन के साथ  अध्ययन करते है। इन्हें अध्यापन कराने हेतु 85 व्याख्याता, अनुदेशक एवं 78 अन्य कर्मचारी कार्यरत्त है। सभी व्याख्याता राज्य सरकार एवं यूजीसी के मापदण्ड के अनुसार योग्यता रखते है। संस्था में धीरे-धीरे राजस्थान ही नही, बल्कि भारत  के अन्य प्रान्तों से भी विद्वान प्राध्यापक गण संस्था में नियुक्ति पाकर अपनी विद्ववता छात्रों में प्रकट कर रहे है। राजऋषि मत्स्य विश्वविद्यालय द्वारा महाविद्यालय मे शोध केन्द्र स्थापित करते हुए डॉ. अजय कुमार व डॉ जी.एल.गुर्जर को पी.एच.डी. सुपरवाईजर के रूप मे नियुक्त किया गया है जिससे संस्था के विद्यार्थी पी.एच.डी. भी कर सकेंगे। स्नातक स्तर पर बी.ए., बी.एससी., बी.काॅम, की कक्षाऐं स्नातकोत्तर स्तर पर भूगोल, राजनीति विज्ञान, एवं तीनों साहित्य, विज्ञान में  रसायन शास्त्र वनस्पति शास्त्र, भौतिक शास्त्र, गणित की कक्षाऐं व आई.टी.आई, पाॅलिटेक्निक, पोस्ट बेसिक नर्सिग एवं  बी.एससी. नर्सिग की कक्षाऐं संचालित हैं। अगले सत्र से जी.एन.एम. ए.एन.एम., एवं पी.जी. स्तर पर इतिहास व प्राणी शास्त्र की कक्षाऐं 2020-21 में प्रारम्भ होने जा रही है।

शिक्षा संकुल में जुलाई के आरम्भ से अध्यापन का कार्य प्रायोगिक कक्षाओं के साथ साथ प्रारम्भ हो गया था, विश्वविद्यालय परीक्षा 2020 के आरम्भ से  पूर्व सभी विषयों का पाठ्यक्रम पूर्ण कराया जा चुका है और विद्यार्थियों केे विश्वविद्यालय के परीक्षा परिणाम को सर्वश्रेष्ठ बनाने के लिऐ टैस्ट एवं प्री विश्वविद्यालय परीक्षा का आयोजन किया गया। विद्यार्थियों को बुकलेट व मोबाइल एप्प के माध्यम से सभी विषयों नोट्स प्रदान किये गये।

महाविद्यालय में वर्ष पर्यन्त शैक्षणिक एवं सह शैक्षणिक गतिविधियाँ संचालित होती रही है। शैक्षणिक क्षेत्र में विद्वान प्रो. के व्याख्यान सेमिनारों  के अन्तर्गत कराये गये जिनमें प्रो. तेजवीर राणा भूगोल विभाग दिल्ली विश्वविद्यालय, आदि गुरू मोटिवेशनल स्पीकर, लक्ष्मीनारायण शर्मा योगाचार्य, प्रो. वाई के विजय, प्रो. आर.एन. मिश्रा पूर्व विभागाध्यक्ष राज. विश्वविद्यालय, श्री सिद्वार्थ कवि, कर्नल देवानंद गुर्जर, राहुल घई, आई.आई.एच.एम.आर. विश्वविद्यालय, जयपुर आदि मुख्य वक्ता थें। रोजगारन्मुख व्याख्यान मे प्रो. सतीश बत्रा, प्रो. अनिल मेहता व्यवसायिक विभाग राजस्थान विश्वविद्यालय जयपुर,  छात्र-छात्राओं को परामर्श प्राप्त हुआ ।

सांस्कृतिक गतिविधियों के अन्तर्गत  हिन्दी सप्ताह एवं सांस्कृतिक सप्ताह उमंग का आयोजन किया गया। जिसमें वाद-विवाद, निबंध, कविता पाठ, आशुभाषण, रंगोली, सलाद-सज्जा, मेहन्दी, नाटक,गीत,नृत्य, आदि प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया, जिसमें छात्र-छात्राओं ने बढ-चढ कर भाग लिया।

संकुल के विद्यार्थी खेलकूद में भी अव्वल रहे । रा.भ.म.विश्वविद्यालय, अलवर द्वारा बानसूर महाविद्यालय मे  अन्तर महाविद्यालय का्रस कंट्री पुरूष एवं महिला वर्ग प्रतियोगिता का आयोजन हुआ जिसमे महिला वर्ग में बानसूर महिला महाविद्यालय उपविजेता रही।  अन्तर महाविद्यालय  कब्बडी प्रतियोगिता, महिला वर्ग मे बानसूर महिला महाविद्यालय व पुरूष वर्ग बानसूर महाविद्यालय उपविजेता रहे।  बाॅक्सिग  प्रतियोगिता मे देवेन्द्र मुक्कड, कु. तरनजीत कौर व दुलर्भ ने गोल्ड मैडल व पूर्ण ने सैनी सिल्वर मैडल प्राप्त किया। एथलेटिक्स प्रतियोगिता मे बानसूर महाविद्यालय उपविजेता रहा।  तीरंदाजी प्रतियोगिता मे बानसूर महाविद्यालय के छात्र जयन्त कुमार ने सिल्वर मैडल प्राप्त किया व महिला महाविद्यालय की छात्रा निशा मीणा गोल्ड मैडल प्राप्त किया। क्रिकेट प्रतियोगिता मे लखन भारती व इरफान खान ने विश्वविद्यालय टीम मे चयन हुआ। तराई कमान्डों प्रतियोगिता मे तनम्य रावत ने गोल्ड मैडल प्राप्त किया।

संस्था में राष्ट्रीय सेवा योजना के अन्तर्गत 2 छात्र व 2 छात्राओं की ईकाईयाँ संचालित  है। इनके स्वयंको एवं स्वयंसेविकाओं द्वारा वृक्षारोपण, मतदाता जागरूकता अभियान एड्स चेतना वार्ता , मानव अधिकार विषयों पर व्याख्यान एवं पल्स पाॅलियो अभियान, शिक्षा के प्रति जागरूकता अभियान पर कार्यक्रम व रैलियाँ आयोजित की गई

महाविद्यालय में एन.सी.सी. 3 राज. आमर्ड स्क्वाड्रन अलवर द्वारा छात्र-छात्राओं की 100 कैडे्टस की यूनिट संचालित है इस वर्ष 26 जनवरी 2020 को राजपथ नई दिल्ली पर आयोजित परेड मे महाविद्यालय के एन.सी.सी. कैडेट  राजेश कुमार जाट,बलराम व दिनेश ने भाग लिया,महाविद्यालय में रोवर स्काउट गाईड की भी एक यूनिट संचालित है।

विश्वविद्यालय की ओर से आयोजित प्रथम दीक्षांत समारोह मे राजस्थान के राज्यपाल श्री कलराज मिश्र द्वारा बानसूर पीजी महाविद्यालय के 5 विद्यार्थियों गणित में ज्योति व करिश्मा, वनस्पति शास्त्र में योगिता नैनावत व प्रिया, भौतिक शास्त्र मे मोनिका यादव को स्वर्ण पदक दिया गया। विश्वविद्यालय द्वारा संचालित सभी सरकारी व निजी महाविद्यालयों मे सबसे अधिक एक साथ 5 गोल्ड मैडल बानसूर महाविद्यालय के विद्यार्थियों को मिले। सी.एस.आई.आर. द्वारा आयोजित नेट/जे.आर.एफ. परीक्षा मे महाविद्यालय के विद्यार्थियों ने परचम लहराया गणित मे संदीप कुमार, अमित कुमार, व रामजस, कैमस्ट्री मे हितेश कुमार, व नवीन कुमार ने इस वर्ष यह परीक्षा पास की।

अकादमी का उद्देश्य रोजगारोन्मुख शिक्षा प्रदान करना  है, जिसके लिए  संस्था अपने आप को रोजगार प्लेसमेन्ट केन्द्र के रूप में स्थापित करने के लिए भारत सरकार से अनुमति प्राप्त कर ली है। संस्था अपने विद्यार्थियों को सरकारी या निजी संस्थानों में रोजगार उपलब्ध करवाने के लिए प्रयासरत्त है। जिसके अन्तर्गत जुलाई माह में महाविद्यालय के 50 विद्यार्थियों का चयन जापानी कम्पनी सकाता में किया गया।

संस्था के सभी महाविद्यालयों के विभिन्न संकायों में उतीर्ण विद्यार्थियों ने सरकारी एवं निजी संस्थानों मे रोजगार प्राप्त किया है। वे न केवल राजस्थान, भारत बल्कि विश्व स्तर पर कार्यरत्त है।   आज के युग में कम्प्युटर एवं अग्रेंजी शिक्षा बहुत ही महत्वपूर्ण है और इनके बिना व्यक्ति का सर्वागीण विकास असम्भव हो चुका है। इसी दिशा में कार्य करते हुए संस्था ने स्मार्ट क्लास रूम, ऑनलाईन टैस्ट एवं पर्सनल्टी डवलपमैन्ट कोर्स की शुरूआत की है।

शैक्षणिक भ्रमण के अन्तर्गत विद्यार्थियों को देहरादून, ऋषिकेश, हरिद्वार, मसूरी नाहरगढ जैविक उद्यान, सरिस्का, जयपुर में स्थित बिड़ला तारामण्डल, जन्तर-मन्तर का भ्रमण करवाया गया ।

ग्रामीण परिवेश में स्थित शिक्षा संकुल का उदे्श्य  यहाँ के विद्यार्थियों को शहर की सभी सुविधाएँ इसी संस्था में उपलब्ध कराना  और उन्हें बाहर शहर में शोषित होने से बचाकर, यहाँ उच्च शिक्षा का अवसर प्रदान कराना है। इसके लिए समय समय पर नवीन परिवर्तन के लिए प्रयाष करते रहते है। संस्था पूर्णतया भ्रष्टाचार मुक्त है किसी प्रकार का अन्य महाविद्यालय की तरह प्रायोगिक राशि नही लेती है।

अपने समकालीन स्थापित लगभग 125 व उसके बाद में खुले निजी महाविद्यालयों में हर क्षेत्र में प्रथम स्थान रखना है जिसमें महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं, अभिभावकों और यहाँ के सभी नागरिक बन्धुओं का पूर्ण सहयोग है। राजऋषि भृर्तहरि मत्स्य विश्वविद्यालय के अन्तर्गत बानसूर महाविद्यालय में निजी क्षेत्र का सबसे बड़ा महाविद्यालय है साथ ही आर.पी.एस.इ., वी.एम.ओ., कोटा एवं माध्यमिक शिक्षा बोर्ड अजमेर द्वारा  आयोजित की जाने वाली प्रतियोगी परीक्षाओं का जिले में सबसे बड़ा केन्द्र है।

मरूधरा शिक्षा संकुल ने बानसूर मे शिक्षा की अलख जगाई है। विद्यार्थियों का सामाजिक, सांस्कृतिक , मानसिक एवं शारीरिक विकास करने के  लए निरन्तर प्रयास कर रही है।

Dr. R.S. Sharma